वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय नागरिकों के लिए अधिकतम कर बचत के लिए कई बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन आपके लिए “सर्वश्रेष्ठ” विकल्प आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करेगा. हम नीचे दिए गए लेख में सबसे लोकप्रिय टैक्स बचत विकल्पों के बारे में चर्चा करेंगे:
धारा 80C भारत में टैक्स बचाने का सबसे लोकप्रिय जरिया है और इसमें निवेश किए गए 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर आयकर में छूट मिलती है. आइए देखें इसमें आपके क्या-क्या विकल्प हैं, क्या 80C के अलावा भी कुछ है? 80C Deduction List
What comes under 80C? 80C में क्या-क्या आता है?
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): सबसे सुरक्षित और लोकप्रिय विकल्पों में से एक, 15 साल का लॉक-इन पीरियड, लेकिन परिपक्वता राशि और सालाना ब्याज पूरी तरह से कर मुक्त| 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स (ELSS): इक्विटी बाजारों में निवेश का विकल्प. 3 साल का लॉक-इन पीरियड, रिटर्न की संभावना अधिक, लेकिन बाजार के जोखिम के साथ. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं| हम किसी अन्य लेख में म्यूचुअल फंड ईएलएसएस Mutual Fund ELSS विकल्प के बारे में विस्तार से बात करेंगे। मेरा मानना है कि आपको एक टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदना चाहिए और 1,50,000 रुपये में से बाकी सारा पैसा ईएलएसएस म्यूचुअल फंड में जाना चाहिए।
- नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC): सुरक्षित निवेश, 5 या 10 साल की परिपक्वता अवधि. ब्याज दर हर तीन साल में संशोधित होती है, आंशिक निकासी या लोन की सुविधा नहीं है. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान्स (ULIP): बीमा सुरक्षा के साथ निवेश का विकल्प. फंड विकल्प, लॉक-इन पीरियड और अन्य शर्तें अलग-अलग पॉलिसी के अनुसार भिन्न होती हैं. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS): 60 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष. 5 साल की परिपक्वता अवधि, अधिक ब्याज दर, आंशिक निकासी की सीमित सुविधा. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- सुकांन्या समृद्धि योजना (SSY): 10 साल तक की लड़कियों के लिए विशेष. 8.4 फीसदी ब्याज दर, परिपक्वता राशि कर मुक्त, आंशिक निकासी की सुविधा. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- 5 साल की टैक्स सेविंग्स फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): बैंकों में सुरक्षित निवेश विकल्प. कम लॉक-इन पीरियड, लेकिन आम FD से कम ब्याज दर. 1.5 लाख रुपये तक का सालाना निवेश कर सकते हैं|
- ईपीएफ (Employees’ Provident Fund): वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य बचत योजना, जिसमें कंपनी भी योगदान देती है. अच्छा ब्याज मिलता है और परिपक्वता राशि कर मुक्त होती है. रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित फंड के रूप में काम करता है|
धारा 80C के अलावा, भारत में कई अन्य धाराएँ भी हैं जो आपको आयकर बचाने में मदद कर सकती हैं. आइए कुछ लोकप्रिय विकल्पों पर चर्चा करें|
Sections in addition to 80C to save tax:
- धारा 80CCD(1B): नेशनल पेंशन स्कीम (NPS): इस धारा के तहत NPS में अतिरिक्त 50,000 रुपये के निवेश पर कर लाभ मिलता है. कुल मिलाकर आप धारा 80C और 80CCD(1B) का संयुक्त रूप से 2 लाख रुपये तक निवेश कर कर लाभ उठा सकते हैं. रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित पेंशन आय और लॉन्ग टर्म निवेश का एक बेहतरीन विकल्प.
- धारा 80D: स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम: खुद, माता-पिता, जीवनसाथी और आश्रित बच्चों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर खर्च होने वाली राशि पर छूट मिलती है. सीमाएं लागू होती हैं: खुद के लिए 25,000 रुपये, माता-पिता के लिए 50,000 रुपये और आश्रित बच्चों के लिए 25,000 रुपये तक की छूट मिलती है. अच्छी सेहत सुनिश्चित करने के साथ-साथ कर बचाने का एक महत्वपूर्ण विकल्प.
- धारा 80DD: गंभीर बीमारियों से ग्रस्त आश्रितों का इलाज: विशिष्ट गंभीर बीमारियों से ग्रस्त आश्रितों के इलाज के खर्च पर छूट मिलती है. बीमारियों की सूची निर्धारित है और अधिकतम खर्च की सीमाएं भी लागू होती हैं. दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में आर्थिक सहायता के साथ कर लाभ.
- धारा 80E: शिक्षा ऋण का ब्याज: खुद, बच्चों या पति/पत्नी के शिक्षा ऋण के ब्याज पर कुल 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है. उच्च शिक्षा के खर्च का बोझ कम करने और करों पर बचत करने का एक उपयोगी विकल्प.
- धारा 80G: दान और धर्मार्थ कार्यों: 50% से 100% तक छूट, संस्था के आधार पर भिन्न होती है. योग्य संस्थाओं को किए गए दान पर छूट, पैन कार्ड से किए गए दान ही मान्य. सामाजिक कार्यों में योगदान देने के साथ-साथ कर लाभ का विकल्प.
- धारा 80TTA: बचत बैंक खातों का ब्याज: बचत बैंक खातों में जमा राशि पर 10,000 रुपये तक का ब्याज कर मुक्त. संयुक्त खाते में अधिकतम 20,000 रुपये का ब्याज छूट के अंतर्गत आता है. एक सरल और सुलभ कर बचत विकल्प.
अन्य विकल्प More options to save tax beyond 80C:
- होम लोन पर ब्याज का भुगतान: पहली बार घर खरीदने वालों के लिए 2 लाख रुपये तक का ब्याज कर बचाता है|
- ट्यूशन फीस का भुगतान: खुद, बच्चों या पति/पत्नी की ट्यूशन फीस पर 80C या 80E के तहत छूट मिल सकती है|
- हाउस रेंट अलाउंस (HRA): किराए पर रहने वालों को कंपनी द्वारा दिए गए HRA पर कुछ शर्तों के साथ छूट मिलती है|
हमें यकीन है कि इस लेख को पढ़ने के बाद, आपके पास उपलब्ध सभी विकल्पों के बारे में सभी आवश्यक जानकारी होगी जो आपके कर के बोझ को कम करने में आपकी मदद कर सकती है। साथ ही आपको निवेश के लिए उपयुक्त विकल्पों के बारे में अधिक जानकारी होगी|
Don’t invest just to save tax but invest to generate wealth.
हमारा सुझाव है कि आपको केवल आयकर बचत के लिए निवेश नहीं करना चाहिए बल्कि अपनी छोटी और लंबी अवधि की वित्तीय योजना को हासिल करने के लिए निवेश करना चाहिए|
Should you invest all your money in single 80C component, then what will it be?
तो अगर आपको जानना है की आपके लिए सर्वश्रेस्थ विकल्प क्या है जो आपको टैक्स सेव करने के आलावा वेल्थ क्रिएशन के लिए भी बेस्ट हो तो वो होगा ELSS Mutual Funds ईएलएसएस म्यूचुअल फंड्स। Equity Linked Mutual Fund.
इस तरह आप अपने पैसे से सर्वोत्तम रिटर्न का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं जो आपको मध्य से लंबी अवधि या 10 से 15 वर्षों में धन बनाने में मदद कर सकता है।
अब क्योंकि आपके पास जीवन बीमा भी होना चाहिए, इसलिए आपको एक टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदना चाहिए जो आपकी सभी जीवन बीमा जरूरतों को पूरा करेगा और 1,50,000 रुपये में से बाकी सभी शेष राशि ईएलएसएस म्यूचुअल फंड में डालनी चाहिए।
ज्यादातर लोग आपको ये नहीं बताएंगे, या इतने सीधे शब्दों में नहीं बताएंगे, लेकिन सेक्शन 80 सी के तहत आपकी 1,50,000 रुपये की रकम को कवर करने का ये सबसे अच्छा तरीका है।